Tuesday, March 11, 2008

वो मुझ से कहता है..........

वो अक्सर मुझ से कहता है की वो बिल गेट्स से भी बड़ा आदमी बनना चाहता हैवो कहता है पैसा इंसान कीसबसे बड़ी ज़रूरत है,आप के पास पैसा है तो सब कुछ है,,ये दुनिया सिर्फ़ ओर सिर्फ़ पैसे वालो की हैमैं उस सेपूछती हूँ,,क्या पैसे से सब कुछ खरीदा जासकता है? क्या बिल गेट्स को कोई गम नही होगा? क्या वो कभी बेबसीके साथ रोया नही होगा? क्या जब उसके पास उसके मां ओर बाप नही होंगे तो उसका पैसा उसे उनका वही प्यारलोटा सकेगा?

वो कहता हैहाँ,,उनका नही लेकिन उन जैसा प्यार देने वाले बहोत लोग मिल जायेंगे उसे….क्योंकी उसके पासमनी पॉवर है,,ये ऐसा पॉवर है जो दुनिया की हर ताकत से बड़ा हैये खुशियाँ, प्यार , इज्ज़त ओर शोहरत सबकुछ दे सकता हैपैसा है तो क्या नही मिल सकता,,आज सब कुछ बिक रहा है बस खरीदने के लिए पैसा होनाचाहिए ,,teams बिक रही हैं,,महान से महान खिलाडी बिक रहे हैं..ओर उन्हें खरीद कोन रहा है?वो जिसके पासमनी हैमैं उसे हैरत से देखती रहती हूँ ओर पूछ बैठती हूँ,,,शायेद तुम कुछ हद तक सही हो पर मुझे ऐसा क्योंलगता है कि तुम ग़लत हो,,,मेरी सोच तुम्हारे जैसी क्यों नही है? पैसा मेरे लिए वो सब क्यों नही है जो तुम्हारेलिए है?

वो मेरे पास आता है,,मेरी आंखो में देखते हुए मुस्कुरा कर कहता है,,क्योंकी तुम एकदम पागल हो,,तुम्हें God नेख़ास ज़रूर बनाया है पर तुम्हारी सोच एकदम आम लड़कियों जैसी है,,,गांव देहात कि innocent लड़कियोंजैसी….तुम्हें क्या लगता है,,अपनी इस सोच के साथ तुम कहाँ जाओगी? तुम ये जो हर समय मज़हब, cultureओर वतनपरस्ती का राग अलापती रहती हो,,इनकी आज कही कोई जगह नही है,,इंग्लिश में class में टॉप करनेवाली लड़की जब उर्दू ओर हिन्दी कि हिमायत में बोलती है तो बस हँसी आती है,,ये उर्दू ओर हिन्दी से प्यारजता कर क्या करोगी तुम? जिनकी दुनिया के किसी ओर हिस्से में क्या अपने देश में कोई पूछ नही है,,ज़मानाहम इंग्लिश lovers का है यार…..इंडिया सुपर पॉवर हम जैसे youngsters के सहारे ही बन सकता हैरहातुम्हारा future तो वो तो वही होगा,,,husband को ऑफिस भेज कर सास कि सेवा करते हुएसास बहुवालेसीरियल देखते,,शाम को पति के लिए चाय नाश्ता बनाते ओर ओर अपने शैतान बच्चो को होमवर्क करवाते कबबुढापा आज्येगा पता ही नही चलेगा….

मैं मुसुक्राते हुए उसे देखती रहती हूँ,,जवाब मेरे पास बहोत हैं पर उसे बोलते देखना पता नही क्यों अच्छा लगताहै मुझे….वो जोश से बोलता हुआ,,मेरी बातो पर चिड्ता ओर गुस्सा करता हुआ बहोत ऊँचे ऊँचे सपने देखने वालालड़का,,,मुझे बच्चो जैसा innocent दिखाई देता है,,वही बच्चो वाला उतावलापन,,वही गुस्सा वही जिद,,आसमानके चाँद को छूने ओर पाने कि तमन्ना करता हुआ वो लड़का आज हमारे खूबसूरत देश के हर युवा कि जुबां बोलरहा हैवो ख़ुद को ख़ास कहता है पर सच तो ये है कि उसकी ये सोच आज हमारे हर युवा कि है,,,जल्दी से मंज़लपर पहुँचने कि तमन्नाजल्दी,,तेज़ओर जब जल्दी पहुँचाना है तो तेज़ चलना नही,दोढ़ना पड़ता है,,,जब सभीदोड रहे हों तो इस दोड में भी आगे निकलने कि होड़….टॉप पर पहुँचने कि ख्वाहिश ओर इस ख्वाहिश में हर उसचीज़ को कुचलते चले जाना,,जो आपको इस होड़ में कही से भी disturb करती होंवो चीज़ें चाहे हमारे रिश्तेहों,,हमारा मज़हब हो,,हमारा culture हो या हमारी परम्पराएँ….

उसके आदर्श आज न महात्मा गांधी हैं न Sir सय्यद अहमद खान न मदर ट्रेअसा,,उसके आदर्श आज bill gates ओर अनिल अम्बानी हैं,,,,मैं उसे मुस्कुराते हुए बस देखती रहती हूँ ओर वो मेरे चुप रहने पर ओर चिद्ता है,,,,वो कहता है कि मेरी सोच बिल्कुल आम लड़की कि सोच है,,,कितना नादान है वो,,मैं उसे क्या बताऊँ कि आज हमारी आम लड़की के सपने भी बहोत बड़े हो गए हैं,,,घरो में बर्तन धोने वाली लड़की का सपना भी बहोत सारा पैसा है तो मिस इंडिया ओर miss world जैसे कांटेस्ट में mother treasa को अपनी आदर्श बताने वाली लड़की भी परक्टिकल लाइफ में आकर मदर ट्रेअसा कि राह पर चलने के बजाये वहाँ जाती है जहाँ ढेर सारा पैसा उसका मुन्ताज़र

है…………..इस में नया क्या है,,,अब मैं उसे कैसे समझाओं कि मेरी सोच तुम्हारे जैसे लोगो के लिए आम सही मेरेलिए special हैहाँ मेरे सपने बहोत छोटे हैं,,,पर इन सपनो से प्यार है मुझेमैं ऐसी ही हूँ,,छोटी छोटी खुशियों परहंसने वाली,,ओर छोटे से दुःख पर रो पड़ने वालीइंग्लिश में टॉप करना मेरे कैरिअर का हिस्सा है ओर ये हिस्सामजबूरी हुआ करता है पर उर्दू ओर हिन्दी मेरे दिल में रहती हैं क्योंकी ये हमारी राष्त्र भाषाएं हैं ओर यही हमारीपहचान हैं,,हाँ मैं पहले अपने देश,अपने मज़हब ओर अपने culture से प्यार करती हूँ,,,हो सकता है मेरे जैसे लोगोसे ये देश सुपर पॉवर बने पर हमारे जैसे लोग इस देश को उन लोगो का देश बनायेंगे जिन के ज़मीर ज़िनदाहैं,,,जो इंसान हैं रोबोट नही जिनके अहसास ज़िनदा हैं जिनकी फीलिंग्स ज़िनदा हैं,,वरना एक सुपर पॉवर तोहमारे सामने है,,जहाँ के लोग ज़िनदा तो हैं पर उनके ज़मीर कब के मर चुके हैं,,पर मैं ये सब उस से नही कहनाचाहतीजानती हूँ वो नही समझेगासो मुस्कुराकर उसे चिढाने में क्या हर्ज है….हैना

10 comments:

चक्करघिन्नी said...

अच्छा लिखती हैं आप, पर कुछ कमियां भी हैं। सुधार की अत्यंत आवश्यकता है। कृपया कोशिश करते रहिये। उम्मीद करता हूं आपके अगले लेख में सुधार होगा। इंतजार रहेगा।

चक्करघिन्नी said...

हां। एक बात और कि आप इस ब्लाग से ब्लैक बैकग्राउण्ड हटाएं। इससे ब्लाग का विषय सम्बंधित नहीं लगता है। अगर संभव हो तो पिंक टेम्पलेट का चयन करें। अच्छा लगेगा।

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

रक्षंदा आपा,आपका ब्लाग भड़ास के माध्यम से देखा,सुन्दर है,उत्तम प्रयास है और भाषा के प्रति प्रेम का जो जज्बा आपके भीतर दिखा वह क़ाबिलेतारीफ़ है । जैसे जैसे अभ्यास बढ़ेगा हिन्दी लिखने में स्वतः ही सुधार आयेगा । कई बार विचारों और शब्दों में तालमेल नहीं हो पाता पर जो समझने वाले हैं वे समझ लेंगे । हम सब आपका तहेदिल से इस्तक़बाल करते हैं । ब्लागिंग की दुनिया में आप खूब मान और नाम कमाएंगी...
इंशाअल्लाह

हिज(ड़ा) हाईनेस मनीषा said...

आपा,अगर आपको अपने ब्लाग पर आकर एक लैंगिक विकलांग(हिजड़े)का आना बुरा न लगा हो तो मैं आ जाया करूंगी । हमारा भी ब्लाग हैं अर्धसत्य नाम से । आप खूब लिखिए ,मालिक आपको तरक्की अता फ़रमाए...

चक्करघिन्नी said...

अरे। आज आपने कुछ नहीं लिखा। वैसे कोशिश कीजिये कि प्रतिदिन कुछ न कुछ लिखकर अपने ब्लॉग में प्रकाशित करें।

rakhshanda said...

@chakkarghinni-thank u so much sir,u r right,,abhi main utni perfect to nahi hun,,but dil mein jo baat aati hai,,pahle sochti rah jaati thi,,ab likh deti hun...ya u r right ki mujhe daily likhna chahiye..n i'll try ki aisa kar sakun...aapne mujhe padha,,saraha aor sath mashvire diye iske liye aapka shukriya...i hope ki aagey bhi aap mera hosla badhaate rahenge....thanks again

rakhshanda said...

@Dr.Rupesh ji...thank u sir,,aap ka bahot shukriya jo aapne mujhe padha aor apne keemti mashvire diye...mujhe aagey bhi aap logo ke isi saath ki zaroorat hogi n i hope ki aap logo ke saath main aor bhi aagey badh sakungi...thanks

rakhshanda said...

@Manisha- ohhh no..aapne aisa kyon kaha ki mujhe bura lagega...aap ne mujhe padha,is ke liye main aapko thanks kahti hun..n please aap isi tarah mere blog par daily aaya karen..hope aap aisa karengi..thanks

Anonymous said...

RAKSHANDA JI...JO HAI JAISA HAI VAKAI ACHCHAA HAI .AAP AISE HI LAGE RAHIYE EK NA EK DIN BLOG JAGAT MEIN JARUR SHIRSH PAR AA JAAOGI.BASHARTE MEHNAT AUR LAGAN SE VAKT KO JINA SIKHO AUR ANTIM DAM TAK ALAG HAT KAR KAM KARNE KAA JAJBAA PAIDA KAR JARUR AAGE BADHOGI.
JAI BHADAS
JAI YASHVANT
MANISH RAJ BEGUSARAI

rakhshanda said...

@Manish-ohh thank u sir for ur support...i promise ki main apni taraf se poori koshish karungi...bas mujhe isi tarah hoslaa dete rahiyega...thank u